Latest Hindi Shayari



Latest Hindi Shayari

Latest Hindi Shayari


जुल्फ देखी है या नजरों में घटा देखी है, 
 लुट गया वो जिसने भी मेरी अदा देखी है. 
 अपनी नज़रों को अब.. हमसे न हटाना, 
 मुद्दतों बाद... मरीजों ने... दवा...देखी है.

हाथों में उल्फत का नाम होता है, 
 आंखों में झलकता जाम होता है. 
 खंजर की जरूरत है यहां किसे, 
नजरों से ही कत्ले आम होता है.

नज़र ने नज़र से मुलाक़ात कर ली, 
रहे दोनों खामोश पर बात कर ली. 
 मोहब्बत की फ़िज़ा को जब खुश पाया, 
इन आंखों ने रो रो के बरसात कर ली.

तोड़ दो न वो क़सम जो खाई है, 
 कभी कभी याद कर लेने में क्या बुराई है. 
 याद आप को किए बिना रहा भी तो नहीं जाता, 
 दिल में जगा आपने ऐसी जो बनाई है.

प्यार करके जताए ये जरुरी तो नहीं, 
 याद करके कोई बताए ये जरुरी तो नहीं. 
 रोने वाले तो दिल में ही रो लेते है, 
आँखों में आंसू आए ये जरुरी तो नहीं..

वो दिल ही क्या जो वफ़ा न करे, 
 तुझे भूल कर जिए कभी खुदा न करे. 
 रहेगी तेरी मोहब्बत जिंदगी बन कर, 
वो बात और है जिंदगी वफ़ा न करे.

हकीकत कहो तो उन्हें ख्वाब लगता है, 
 शिकवा करो तो उन्हें मज़ाक लगता है. 
 कितनी शिद्दत से हम उन्हें याद करते हैं, 
और एक वो हैं जिन्हें ये सब मजाक लगता है.. 

मैंने उसका हाथ थामा था राह दिखने को, 
 अब ज़माने को दर्द हुआ तो मैं क्या करूँ ?

रंजिश ही सही..दिल को दुखाने के लिए आ, 
 आ फिर से मुझे..छोड़ जाने के लिए आ.

चाहा है तुम्हें अपने अरमान से भी ज्यादा, 
 लगती हो हसीन तुम मुस्कान से भी ज्यादा. 
 मेरी हर धड़कन हर साँस है तुम्हारे लिए, 
क्या माँगोगे जान मेरी जान से भी ज्यादा.

दुनिया में तेरे इश्क़ का चर्चा ना करेंगे, 
 मर जायेंगे लेकिन तुझे रुस्वा ना करेंगे. 
 गुस्ताख़ निगाहों से अगर तुमको गिला है, 
हम दूर से भी अब तुम्हें देखा ना करेंगे.

गुलाब खिलते रहे ज़िंदगी की राह में, 
 हँसी चमकती रहे आप की निगाह में. 
 खुशी की लहर मिलें हर कदम पर आपको, 
देता है ये दिल दुआ बार बार आपको.


यूँ तो कुछ भी नही होता है ज़हर से मुझको, 
 कोई भी खौफ न कैसे भी कहर से मुझको. 
 पास जाने से नदी के, मैं मगर डरता हूँ, 
देखती है वो बहुत प्यासी नज़र से मुझको.

नफरत मेरी इतनी भी सस्ती नहीं. 
 जो तुम पर ज़ाया करू.

चित्रकार तुझे उस्ताद मानूँगा, 
दर्द भी खींच मेरी तस्वीर के साथ.

वफ़ा नही मिलती यहा वफ़ा करके, 
हमने देखा है ये तज़ुर्बा करके. 
खुशी तो आई नही कभी हमारे पास, 
और मौत भी आई तो ज़रा ज़रा करके.


वो रात दर्द और सितम की रात होगी, 
 जिस रात रुखसत उनकी बारात होगी. 
 उठ जाता हूँ मैं ये सोचकर नींद से अक्सर, 
कि एक गैर की बाहों में मेरी सारी कायनात होगी.

वो रोए तो बहुत.. पर मुहं मोड़कर रोए, 
 कोई तो मजबूरी होगी.. जो दिल तोड़कर रोए. 
मेरे सामने कर दिए मेरी तस्वीर के टुकडे़, 
पता चला मेरे पीछे वो उन्हें जोड़कर रोए.

दिल को सबके लिए पत्थर बना के रखा है, 
 बस मेरी याद को ज़ेवर बना के रखा है. 
 जिसको तुम लड़की समझते हो..जादूगरनी है, 
जाने कितनों को कबूतर बना के रखा है.

Wo khud ko phool aur hum ko patthar ,
 keh kar muskuraya karte hain. 
 Unko kya khabar patthar to patthar rehte hain, 
phool hi murjhaya karte hain.

Dard de kar ishq ne hume rula diya. 
 Jis par marte the usi ne hume bhula diya, 
 Hum to unki yaadon mein hi ji lete, 
 Magar unhone to yaadon mein hi zaher mila diya.

Sab ke chehre mein vo baat nahi hoti, 
 Thode se andhere se raat nahi hoti. 
 Zindagi mein kuchh log bahut pyare hote hain, 
Kya kare unhi se aaj kal mulaqaat nahi hoti.

Qatil Gunah Karke Zamane Me Reh Gaye, 
 Ek Ham The Ki Ashq Bahane Me Reh Gaye, 
 Patthron Ka Bhi Jawab De Sakte The Lekin, 
Ham Dil Ke Aaine Ko Bachane Me Reh Gaye.

Majboori mein jab koi juda hota hai, 
 zaroori nahi ke wo Bewafa hota hai. 
 de kar wo aapki aankhon me aansu, 
akele me aapse bhi zyada rota hai.

Naa to samander se pyas bhujhti hai, 
 Aur na hi aansu piye jate hain. 
 lagi ho aag Dil me jab, 
Tab sirf mainkhane kaam aate hain..

Sukoon apne Dil ka maine kho diya.. 
 Khud ko tanhayi ke samunder me dubo diya, 
Jo tha mere muskurane ki wajah.. 
Aaj uski kami ne meri palko ko bhigo diya.

Zarurat Nahi Aaj Mohabbat Ki Hame, 
 Kal Jab Thi Tab Use Guroor Tha. 
 Hum Hi Naye The Ishq Ke Shaher Me, 
 Jo Na Jaan Paye, Ke Uska Ghar To 
Bewafai Ke Liye Mashoor Tha.

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